Friday, August 24, 2007

कुछ ख़्वाब मेरे - 1

कुछ जागते हुए भी ख़्वाब रखता हूँ,
दिल में अपने आंसुओ के भी हिसाब रखता हूँ,
नही देता हूँ किसी को मौका खुद को उदास करने का
इसलिये मुस्कराहट मैं अपने होंठों के पास रखता हूँ.

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